कम नींद के 11 नुकसान, हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां

Kam sone ke nuksan

Kam sone ke nuksan | नींद पूरी न होने के नुकसान

दोस्तों, क्या आपको मालूम है नींद हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। एक बेहतर नींद हमारे दिमाग को तरोताज़ा करने के लिए और शरीर के दूसरे अंगों को आराम देने के लिए बहुत ही जरुरी है।

एक ओर जहां अच्छा खानपान स्वस्थ जीवन के लिए बेहद जरुरी है वहीं अच्छी नींद लेना भी उतना ही आवश्यक है। लेकिन, आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली में लोग नींद को भुलाकर या तो अपने कामों में लगे रहते हैं या फिर मोबाइल फोन में बिजी हो जाते हैं।

यदि, आप भी यह सोचते हैं कि आंखें बंद करते ही हमारे शरीर के दूसरे अंग भी काम करना बंद कर देते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा बिलकुल नहीं है।

जिस वक्त हम सोते हैं हमारे शरीर के कई अंग शरीर के विषाक्त या विषैले पदार्थों को साफ करने का कार्य करते हैं ताकि सुबह जब हम उठें तो हल्का महसूस करें। नींद लेना न केवल शरीर के अंदरुनी अंगों के लिए जरुरी है बल्क‍ि त्वचा के लिए भी ये बेहद फायदेमंद है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, कि जिन लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती है, उन्हें अगले दिन सुस्ती, थकान, काम में मन न लगने जैसी कई तरह की परेशानियां महसूस होती हैं।

स्वस्थ रहने के लिए एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरुर लेनी चाहिए। तो दोस्तों, आइए जानते हैं कि यदि आपकी नींद लगातार पूरी नहीं हो पाती है, तो इसका शरीर पर किस प्रकार से असर होता है?

11 कम सोने के नुकसान | kam sone ke nuksan in hindi

Kam sone ke nuksan

1):- कम सोने से कमजोर इम्युनिटी

माना जाता है कि कम सोने के कारण न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली, बल्कि सम्पूर्ण स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकती है। इसी वजह से कहा जाता है कि यदि कोई लंबे समय तक पूरी नींद नहीं लेता है, तो उसे इम्यूनो डेफिशियेंसी (प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना) भी हो सकती है।

नींद के दौरान हमारे शरीर की रोगों और संक्रमण से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है, इसलिए इसे हमारे प्रतिरक्षा शक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

अगर किसी को पर्याप्त नींद नहीं मिलती है, तो उनकी इम्युनिटी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

2):- नींद की कमी कैंसर को बुलावा

नींद की कमी से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, जिससे आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। इसके फलस्वरुप, आपके शरीर की समर्थन क्षमता कम हो सकती है, जिससे कैंसर की संभावना बढ़ सकती है।

एक शोध के अनुसार, नींद की अवधि कम होने या फिर अपर्याप्त नींद होने पर कैंसर का कारण बनने वाले ट्यूमर का जाेखिम भी बढ़ सकता है।

शोध में, इस बता का जिक्र भी मिलता है कि नींद में कमी के कारण ब्रेस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।

3):- नींद की कमी से मूड में खराबी

दरअसल, नींद की कमी और नींद की गुणवत्ता का सीधा संबंध न सिर्फ हमारी मस्तिष्क की कार्य प्रणाली, बल्कि हमारे भावनाओं के साथ भी होता है, जिसका हमारे मूड पर भी असर पड़ता है।

शोध के अनुसार, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए एक सामान्य व्यक्ति को हर रात कम से 7-8 घंटे की नींद की जरुरत होती है।

यदि नींद अपर्याप्त होगी, तो मूड में बदलाव होगा, जिससे व्यक्ति चिड़चिड़ा हो सकता है। साथ ही इससे चिंता, डिप्रेशन और मूड स्विंग जैसी समस्या भी हो सकती है।

मूड खराब होने के कारण मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे न सिर्फ आक्रामकता बढ़ती है, बल्कि जल्दी गुस्सा भी आ सकता है।

4):- प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव

कम नींद लेने के नुकसानों में से एक है प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव। दरअसल, लगातार नींद की कमी से शुक्राणुओं की संख्या और इनके जीवित रहने की दर यानी सर्वाइवल रेट भी कम हो जाता है।

साथ ही, नींद की कमी से एंटी स्पर्म एंटीबॉडी का स्तर बढ़ता है, जिससे शुक्राणुओं को नुकसान पहुंचता है और इससे प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है।

5):- नींद में कमी बढ़ाए मोटापा

लगातार नींद में कमी या अपर्याप्त नींद की गुणवत्ता के कारण मोटापे की संभावना भी बढ़ सकती है। कम सोना ही नहीं, बल्कि नींद में पड़ने वाले खलल के कारण भी आगे चलकर मोटापा होने का खतरा बना रहता है।

शोध में यह भी पाया गया है कि भोजन की तृप्ति का एहसास कराने वाले लेप्टिन हार्मोन का स्तर कम सोने से घटना शुरु हो जाता है।

इससे रात को बार-बार कुछ खाने का मन होता है जिसके परिणामस्वरूप शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होने लगती है, जिससे चर्बी बढ़ सकती है।

इन्हीं कारणों की वजह से कहा जाता है कि कम सोने से मोटापे का जोखिम बढ़ता है। Kam sone ke nuksan

6):- कम सोने से डिप्रेशन का खतरा

अपर्याप्त नींद अवसाद (डिप्रेशन) की समस्या का भी एक कारण है। नींद और अवसाद को लेकर हुए एक शोध में भी इस बात की पुष्टि हाेती है कि कम मात्रा में नींद लेने से 25 से 38 प्रतिशत तक डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।

कम नींद से मूड खराब होने की आशंका भी अधिक हो जाती है, जो डिप्रेशन का एक लक्षण है। Kam neend lene ke nuksan

7):- नींद में कमी से एजिंग की समस्या

एजिंग यानी त्वचा पर उम्र से पहले बुढ़ापे के लक्षण दिखना भी अपर्याप्त नींद के कारण हो सकता है। एक शोध के अनुसार, नींद में कमी होने के कारण फाइन लाइन्स (महीन लकीरें), असमान पिगमेंटेशन और त्वचा की लचीलेपन में कमी आ सकती है।

रिसर्च से इस बात की पुष्टि होती है कि कम नींद या अपर्याप्त नींद लेने वाले अधिक थके हुए दिखते हैं, उनकी आंखें लाल और सुजी हुई, तथा पलकें लटकी हुई दिखती हैं।

इसके साथ ही आंखों के नीचे काले घेरे (dark circles), त्वचा पीली और अधिक झुर्रियां भी दिखाई देने लगती है। Lack Of Sleep Side Effects | Disadvantages Of Lack Of Sleep

8):- ब्लड प्रेशर की समस्या

नींद की कमी और कम नींद की अवधि के कारण उच्च ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है। दरअसल, अपर्याप्त नींद या नींद की गुणवत्ता में बदलाव एक न्यूरो बायोलॉजिकल और शारीरिक तनाव के रुप में कार्य करता है, जो मस्तिष्क के कार्यों को बिगाड़ता है।

इससे हाइपरटेंशन यानी ब्लड प्रेशर की समस्या का खतरा भी बढ़ सकता है। Kam sone se kya hota hai

9):- अपर्याप्त नींद से पाचन में गड़बड़ी

नींद की खराब गुणवत्ता न सिर्फ इंसान को मानसिक रुप से प्रभावित करती है, बल्कि इसका असर पाचन संबंधी विकार के रुप में भी देखने को मिलता है।

एक रिसर्च में, इस बात की पुष्टि मिलती है कि नींद की गड़बड़ी पाचन विकारों के साथ ही कई तरह के आंत संबंधी विकारों को भी बढ़ाती है। इन विकारों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी विकार जैसे कि लिवर संबंधी रोग, एसिड, आंतों में सूजन, पेप्टिक रोग, आदि शामिल हैं।

इसके अलावा, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, सीने में जलन, अधिक भूख लगना या पेट फूलना, उल्टी, मतली, और एसिडिटी की समस्या भी नींद की कमी के कारण हो सकती हैं। Kam neend lene ke nuksan

10):- ऑस्ट‍ियोपोरोसिस का खतरा

अच्छी नींद नहीं लेने की वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इसके अलावा हड्डियों में मौजूद मिनरल्स का संतुलन भी बिगड़ने लगता है जिसके परिणामस्वरूप जोड़ों के दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। Kam sone ke nuksan

11):- मानसिक स्थिति पर असर

Neend na puri hone ke nuksan

कम नींद का सीधा असर हमारी मानसिक स्थिति पर भी पड़ता है। जितनी देर तक हम सोते हैं उतनी देर तक हमारा दिमाग एक नई ऊर्जा जुटाता है।

लेकिन, नींद पूरी नहीं होने पर दिमाग तरोताजा (ऊर्जावान) नहीं हो पाता है, जिसके चलते कई मानसिक समस्याएं पैदा हो जाती हैं और कई बार याददाश्त से जुड़ी परेशानी भी उत्पन्न हो जाती है। Kam sone ke nuksan

आपको कितनी नींद की जरुरत होती है – How Much Sleep Do You Need in Hindi

Kam sone ke nuksan

Kam sone ke nuksan

एक स्वस्थ बच्चे से लेकर वयस्कों को 24 घंटे में अलग-अलग नींद की अवधि की आवश्यकता होती है।

  • नवजात बच्चे को 16 से 18 घंटे की नींद लेनी चाहिए
  • बच्चों के लिए 10 से 12 घंटे की नींद जरुरी है
  • किशोरों को 9 से 10 घंटे की नींद जरुर लेना चाहिए
  • वयस्कों को 7 से 8 घंटे की नींद अति आवश्यक है

Kam sone ke nuksan

बेशक, व्यायाम और बेहतर खानपान शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं, लेकिन इन सभी के साथ- साथ अच्छी या पर्याप्त नींद लेना भी स्वस्थ जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इसको लेकर की गई थोड़ी सी लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारी का रुप ले सकती है। हम ऊपर आपको बता ही चुके हैं कि नींद पूरी न लेने से असमय बुढ़ापा आ सकता है।

बस, तो भरपूर नींद लेकर खुद को बीमारियों से दूर, जवां और फ्रेश रखें (disadvantages of lack of sleep)।

Don t sleep in hindi | Nind puri na hone ke nuksan

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